दैनिक सबेरा संकेत की स्थापना स्व. श्री शरद कोठारी ने वर्ष 1955-56 में एक पाक्षिक समाचार पत्र के रूप में तत्कालीन मध्य प्रान्त के एक छोटे से नगर राजनांदगांव में की, जो आज छत्तीसगढ़ राज्य का एक प्रमुख शहर बन चुका है, जिसे 'संस्कारधानी' के रूप में भी जाना जाता है। यह प्रदेश की राजनैतिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
पाक्षिक से साप्ताहिक तथा साप्ताहिक के बाद वर्ष 1975 से सबेरा संकेत प्रात: कालीन हिंदी दैनिक के रूप में निरंतर प्रकाशित हो रहा है।
प्रदेश के समाचार पत्रों में आज सबेरा संकेत का लघु व स्थानीय समाचार पत्रों की श्रेणी में विशिष्ट स्थान है। स्थापना के प्रारंभिक वर्षों में सबेरा संकेत का नाम 'सबेरा' था, जिसे कुछ कारणों से वर्ष 1968-69 में परिवर्तित कर 'सबेरा संकेत' किया गया। 60 वर्षों की अपनी यात्रा में सबेरा संकेत ने शनै: शनै: प्रगति की है, जिसका श्रेय निर्भीक व निष्पक्ष पत्रकारिता के कारण पाठकों एवं लेखकों से प्राप्त बहुमूल्य सहयोग को जाता है।
हमारे कई स्तम्भ व कर्मचारी गत दीर्घ अवधि से हमें अविस्मरणीय सहयोग प्रदान कर रहे हैं। विज्ञापनों की दृष्टि से भी प्रदेश के अन्य लघु व स्थानीय समाचार पत्रों की तुलना में सबेरा संकेत की लोकप्रियता व्यापक है। हमारे कई विज्ञापनदाता भी दीर्घकालीन हैं। समाचार पत्र को प्रारम्भ से ही केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार, विभिन्न शासकीय, अर्द्ध शासकीय संस्थानों, सार्वजानिक व निजी उपक्रमों के विज्ञापन नियमित प्राप्त हो रहे हैं।
अब सबेरा संकेत का ई-पेपर प्रस्तुत करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। यह भी हमारी प्रगति का एक चरण है।
सुशील कोठारी
संपादक एवं प्रकाशक